Reet Level 2 SST Syllabus in Hindi : राजस्थान सरकार द्वारा आरईईटी परीक्षा की संभावित तिथि प्रस्तावित कर दी है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा अगले माह में रीट का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। उसके बाद नई थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती का आयोजन भी करवाया जाए जैसा कि आप जानते हैं कि राजस्थान में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार लगभग 35000 पद खाली है इन पदों पर राजस्थान में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती कब आयोजित होगी। इसको लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है । लेकिन आज के इस आर्टिकल में आपको राजस्थान में आयोजित होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा रीट परीक्षा 2024 – 25 लेवल 2 का परीक्षा पैटर्न व पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी जा रही है।
Reet Level 2 SST Syllabus in Hindi
इस पेपर में पांच अलग-अलग विषय के प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें से सबसे पहले शिक्षा मनोविज्ञान के 30 प्रश्न पूछे जाते हैं चाहे लेवल वन हो या लेवल 2 हो दोनों में ही सबसे पहले शिक्षा मनोविज्ञान के 30 प्रश्नों का पेपर आता है उसमें 30 अंकों के प्रश्न होते हैं और आपको प्रत्येक प्रश्न करना अनिवार्य होता है। फिर प्रथम भाषा के 30 प्रश्न उसके बाद द्वितीय भाषा के 30 प्रश्न , सबसे अंत में विषय से संबंधित 60 प्रश्न पूछे जायेगे । सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे । सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे । सम्पूर्ण प्रश्न पत्र 300 अंक का होगा ।
PSYCHLOGY SYLLABUS ( मनोविज्ञान का पाठ्यक्रम )
बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले तत्त्व ( विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में ) एवं अधिगम से उनका संबंध। वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका,
व्यक्तिगत विभिन्नताए : अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओ को प्रभावित करने वाले कारक, व्यक्तित्व: संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक । व्यक्तित्व का मापन, बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुआयामी बुद्धि एवं इसके अभिप्रेत
विविध अधिगमकर्त्ताओं की समझ: पिछड़े हुये, मानसिक रूप से पिछडे़, प्रतिभाशाली, सृजनशील, वंचित एवं अलाभान्वित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे ।
अधिगम मे आने वाली कठिनाइयाँ, समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका, अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना, अधिगम को प्रभावित करने वाले तत्त्व, अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, बान्डुरा एवं प्याजे)
बच्चे सीखते कैसे है, अधिगम की प्रक्रियाएं, चिंतन, कल्पना एवं तर्क, अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ, शिक्षण अधिगम की प्रक्रियायें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचनायें एवं विधियाँ।
आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल, क्रियात्मक अनुसन्धान, शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका – एवं दायित्व
इन्हें भी पढे – सीईटी स्नातक स्तर के मास्टर प्रश्न पत्र व उत्तरकुंजी
Reet Level 2 Social Studies Syllabus
- भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज –
- सिन्धु घाटी सम्यता, संस्कृति, जैन व बौद्द धर्म, महाजनपदकाल।
- मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य एवं गुप्तोत्तर काल –
- राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान भारत 600-1000 ईस्वी. वृहत्तर भारत।
- मध्यकाल एवं आधुनिक काल –
- भक्ति और सूफी आन्दोलन, मुगल राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)।
- भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र –
- भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषतायें, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्त्तव्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता।
- सरकार : गठन एवं कार्य –
- संसद: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद् उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीय
- स्व-शासन – राजस्थान के विशेष संदर्भ में, जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था।
- पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण –
- सौर मण्डल, अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियां, वायुदाब एवं पवनें, चक्रवात एवं प्रति चक्रवात, महासागरीय परिसंचरण, ज्वालामुखी, भूकम्प, पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान।
- भारत का भूगोल एवं संसाधन –
- भू-आकृतति, प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बहुउद्देशीय, नदी घाटी परियोजनाएँ, मृदा, कृषि फसलें, उद्योग, खनिज, परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
- राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन – भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीले, मृदा जल-संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसलें, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थान की प्रमुख नहरें एवं नदी घाटी परियोजनाएं, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन एवं वन्य जीवन।
- राजस्थान का इतिहास – प्राचीन सभ्यताएँ एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान में प्रजामण्डल जनजातीय व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
- राजस्थान की कला व संस्कृति – राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक), राजस्थान के मेले, त्योहार एवं लोक कलाएं, राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोक नृत्य एवं लोक नाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला, राजस्थान की वेशभुषा एवं आभूषण राजस्थान की भाषा एवं साहित्य।
- शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-I: सामाजिक विज्ञान, सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति, कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ, क्रियाकलाप एवं विचार विमर्श, सामाजिक विज्ञान, सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएँ, समालोचनात्मक चिन्तन का विकास।
- शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-॥: पृच्छा, आनुभाविक साक्ष्य, शिक्षण अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी प्रायोजना कार्य , सीखने के प्रतिफल, मूल्यांकन।