मां लक्षमी की पूजा के दौरान भगवान श्री गणेश एवं मां लक्षमी की आरती पढे -

इस साल दीपावली का पर्व गुरुवार, 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। यह दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही खास माना गया है। ऐसे में दीवाली पूजन का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए मां लक्ष्मी की आरती का पाठ भी जरूर करना चाहिए।

मां लक्षमी की पूजा के दौरान भगवान श्री गणेश एवं मां लक्षमी की आरती पढे -

इस साल दीपावली का पर्व गुरुवार, 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। यह दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही खास माना गया है। ऐसे में दीवाली पूजन का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए मां लक्ष्मी की आरती का पाठ भी जरूर करना चाहिए। तो चलिए पढ़ते हैं  गणेश जी एवं मां लक्ष्मी आरती । 

गणेश पूजन की आरती

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

एकदंत दयावंत चारभुजाधारी। 
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी॥

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा।

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

अंघे को आंख देत, कोढ़िन को काया। 
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। 
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजै सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। 
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

लक्ष्मी पूजा की आरती

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥

दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥

ओम जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं।